चरचर करती चिड़कल्यां, करै रेत असनान।
तंबू सो अब ताणियो, वादळियां असमान॥
भावार्थ:- चर-चर करती हुई चिड़ियाएँ धूलि-स्नान कर रही हैं। अब बादलियों ने आसमान में तबूं-सा तान लिया है।