बाजै लू इण बेग सूं चोसै जळ तळ सीर।
बेर्यां ठम-ठम बाजतां हालै जीव अधीर॥
भावार्थ:- लू इतने तीव्र वेग से चलती है कि पृथ्वी के नीचे तल के पानी तक को चूस लेती है। इसी कारण छोटी-छोटी कुइयों का जल सूख जाने पर प्राणी अधीर हो उठते हैं।