कोटा का जगमंदिर पैलेस राजस्थान के विख्यात महलों में से एक हैं। इस महल का निर्माण कोटा की एक रानी ब्रज कंवर द्वारा बरस 1740 में करवाया गया था। यह कोटा से तक़रीबन 4.5 किलोमीटर दूर स्थित किशोर सागर झील के किनारे बना है। यहीं पास में निर्मित केशर बाग छतरियों के लिए विख्यात है। तीन मंजिला इसकी इमारत में खासतौर से पीले पत्थर और संगमरमर का उपयोग हुआ है। महल के प्रवेश के दोनों ओर सफ़ेद संगमरमर से बनी हाथियों की चार मूर्तियाँ हैं। राजपूत वास्तुकला का यह भव्य महल सुन्दर नक्काशियों, जालीदार झरोखों और अद्भुत बालकनियों और मेहराबों से आबद्ध है।
महल में एक गार्डन है, जिसमें तमाम तरह के पौधे और फूल खिले रहते हैं। इसी बगीचे में फव्वारें भी लगे हैं, अलग-अलग तरह की रंगीन लाईट्स के साथ। रियासत काल में यह महल कोटा के राजा-महाराजाओं के लिए हुआ करता था। लाल पत्थर से निर्मित यह महल कोटा की भव्यता का एक प्रचलित स्मारक है जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसके हॉल में मेहराब, गैलरी आदि के साथ दीवारें देवी-देवताओं की पेंटिंग से सजी हैं।
जगमंदिर पैलेस पर्यटकों के घूमने के लिए हमेशा सुबह 10.00 बजे से लेकर शाम 6.00 बजे तक खुला रहता है। पर्यटक झील पर नाव की सवारी का आनंद भी ले सकते हैं।