चेतावणी पर पद

पद6

बाजीगर बाजी रची

हरिदास निरंजनी

जागौ रे! अब नींद न कीजै

हरिदास निरंजनी

गुरु प्रमांण

बाबा रामदेवजी

संतो! राम रजा मैं रहिये

हरिदास निरंजनी

ऐसे नहीं धीजिए

आत्माराम 'रामस्नेही संत'