चेतावणी पर दूहा

दूहा5

दोहा : भोजन

जयसिंह आशावत

दोहा : भरम न झूठा पाळ

राजेंद्र स्वर्णकार

नीति-मंजरी

बांकीदास आशिया

बोली रड़कै बावळा

कैलाशदान कविया