लोक-वार्ता
लोक-वार्ता के माध्यम से सुसभ्य और असभ्य मानव के परंपरा-विधानों की जानकारी प्राप्त होती है। ये लोक-विश्वासों की सुदृढ़ नींव पर बनी होती हैं। जहां लोरी की लय अबोध शिशु को सुला देती हैं, दिनभर श्रम करने के बाद रमणियां अपनी थकान को गीत उगेरकर भुला देती हैं,