बेली पर दूहा

मित्रता दो या दो से

अधिक व्यक्तियों के बीच का अंतर्वैयक्तिक बंधन है जिसके मूल में आत्मीयता होती है। मित्रता के गुणधर्म पर नीतिकाव्यों में पर्याप्त विचार किया गया है। इस चयन में मित्र और मित्रता-संबंधी अभिव्यक्तियों को शामिल किया गया है।

दूहा4

मीत मीत नै परखतां

राजेन्द्र शर्मा 'मुसाफिर'

दूहा

कुंदन सिंह 'सजल'

जद तू मिलसी बेलिया

भागीरथसिंह भाग्य

सांझ ढळ्यां नित गाँव री

भागीरथसिंह भाग्य