अद्भुत रस पर सोरठा

जब किसी जीव के मन में

विचित्र अथवा आश्चर्यजनक वस्तुओं को देखकर जो विस्मय आदि का भाव उत्पन्न होता है , उसे अद्भुत रस कहा जाता है।आँसु आना, रोमांच, गद्गद होना, काँपना, आँखे फाड़कर देखना

सोरठा1