जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
Quick Links
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
इण जग मांहि अनेक
आयस देवनाथ
Favourite
Share
Share
इण
जग
मांहि
अनेक,
हुवा
हुवै
नर
होवसी।
करै
सुक्यारथ
केक,
रंग
जिकांनूं
रांमला॥
स्रोत
पोथी
: राजस्थानी नीतिपरक संबोधन काव्य
,
सिरजक
: आयस देवनाथ
,
संपादक
: भगवतीलाल शर्मा
,
प्रकाशक
: राजस्थानी ग्रंथागार, जोधपुर
,
संस्करण
: प्रथम
जुड़्योड़ा विसै
नीति काव्य