जोधपुर नरेश मानसिंह रा गुरु। 'रामला रा सोरठा' नामी रचना। नाथ पंथ सूं सम्बंधित।
गुळ नै खळ जिण गांम
इण जग मांहि अनेक
कपटी जे नर कूड़
मैहलां बैसण मन्न
साचै मन सूं सेव
ऊंचै कुळ में आय