पंच महा बरवीर, वचन कपट सूं बांधिया।
जिण दिन खिंचसी तीर, दिन उण आंख्यां देखजो॥
भावार्थ:- ये पांचों महावीर अभी तो कपट वचन से वद्ध है। जिस दिन इनके तीर खिचेंगे, उस दिन अपनी आँखों से देख लेना, वे कितनी वीरता दिखलायेंगे।