सत्यप्रकाश जोशी
ख्यात कवि-सम्पादक। राजस्थानी कविता मांय आधुनिक बोध सारु पिछाण। 'बोल भारमली' पोथी पर केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार।
ख्यात कवि-सम्पादक। राजस्थानी कविता मांय आधुनिक बोध सारु पिछाण। 'बोल भारमली' पोथी पर केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार।
अडवाणो
अगवाणी
अैरण बूझै रै घण बीर नै
अैरण बुझै रै घण बीर नैं
अंताखरी
अपरंच
बाप रा ब्याव में बेटो बिनायक
बस्ती
भरम
भरोसौ
भासा
भूगोल रा बंद
भूलणो
बिदा
बोल भारमली
बोलो
धीयां नै
दिन : आतमग्यान
घर
ईसको
जागण रौ गीत
जातरा
जीवण-जोत
जुद्ध
जुद्ध अर कवि
मरद-लुगाई
मौत
मि. नाथ
नारी
ओलूं रौ कामण
ओळख
पाप-बोध
परस
प्रीत रो पराछीत
पूजा
रूप
साख राजा मालदेव री
साख राणी उमादे री
समाध
संभावना
सनेसो
सवाग
सोवन माछळी
तिरस
त्याग