संत सुखरामदास 1726-1816 Marwar दादूपंथी लालदासजी सूं दीक्षित, समाज सेवी अर संत कवि। रचनावां में घणकरी निर्गुण भक्ति रा पद अर वाणियाँ।
च्यार बरण नर-नार रे ज्ञान संग गुरु पाविया जम दाणु क्या देवता जामण मरण जहाँ नही संगत बिना तिरियो नहीं संगत बिना तो भाव नही सिर जावे तो जाण दो