समसदीन
नागौर रा काज़ी अर संत जाम्भोजी सूं प्रभावित मुसलमान कवि। आपरी रचनावां काया री क्षणभंगुरता, अबखाया अर मायाजाळ में भरमायोड़े मिनख नै ज्ञान करावण रै सागै ही देस अर समाज नें खरौ ज्ञान अर चेतना रौ आलोक देवै।
नागौर रा काज़ी अर संत जाम्भोजी सूं प्रभावित मुसलमान कवि। आपरी रचनावां काया री क्षणभंगुरता, अबखाया अर मायाजाळ में भरमायोड़े मिनख नै ज्ञान करावण रै सागै ही देस अर समाज नें खरौ ज्ञान अर चेतना रौ आलोक देवै।