नाथूसिंह महियारिया 1891-1975 udaipur मेवाड़ रा राजकवि अर वीर रस रा सिरै कवि रूप चावा। वीर सतसई, हाड़ी शतक, झाला मान शतक आद घण महताउ रचनावां रा सिरजक।
दूहा20 घण तोपां जागै नहीं कै तौ धव रण जीतिया बाप पड़यौ् तिण ठौड़ हूँ हणवँत गिर नहँ तोकता हेली धव चढिया हमैं