केसोदास गाडण 1553-1644 Marwar जोधपुर नरेश गजसिंह जी रा किरपा पात्र कवि। 'गजगुण रूपक-बंध' अर 'निसांणी विवेक वारता' नांव री महताऊ रचनावां।
डिंगल गीत5 अमर न सहियो ओकर अमर मौ काढ जम-दाढ आखै जोगे आ बाही जमदाढ बळती आग बज्राग बलू बोलियो बलू पतसाह रै बराबर
निसाणीं छंद5 ऊँकार अरूप रूप निरगुण निरवाणं ऊंचा बोह असमाण थी पायाळ थी ऊंडा कुण हिंदू कुण मुसळमाण किण ही कुळ हंदा भग्ग न लिंगन पुरख नार अंग न आकारा लाहा लै संसार दा अणलाहा डरणां
हरदास मीसण किशनदास जी महाराज स्वामी आत्माराम ऊदोजी अड़ींग संत सुखरामदास ओपा आढा काशी छंगाणी पृथ्वीराज राठौड़