आग नफरत री बुझाओ अड़वां नैं ओळभा बध-बध मत ना बोल बीज अर माटी री बंतळ भारत नैं संभाळां भारत री छत्राणी बोली माथै बंद जीवण असली जंग मत करजे चूंकारो बापू मेट आरत मेह कर मिनखपणो मत मार मानवी मोटी मरजादण मरुभाषा पग पग माथै खौफ़ फेसबुक्करा फंडा सरपंची सो'री कोनी