देवीलाल महिया
नूवी पीढ़ी रा कवि। 'अंतस रो ओळमो’ कविता संग्रै पर केंद्रीय साहित्य अकादमी रौ युवा पुरस्कार।
नूवी पीढ़ी रा कवि। 'अंतस रो ओळमो’ कविता संग्रै पर केंद्रीय साहित्य अकादमी रौ युवा पुरस्कार।
जन्म: 20 Aug 1990 | खारी, लूनकरनसर,भारत
देवीलाल महिया रौ जलम 20 अगस्त 1990 नै बीकानेर जिलै री लूणकरणसर तैसील रै गाम खारी मांय हुयौ। महिया राजस्थानी रा ऊरमावान कवि-गीतकर है। 'अंतस रो ओळमो’ शीर्षक सूं वांरौ एक कविता संग्रै प्रकाशित है। इणी संग्रै पर वांनै केंद्रीय साहित्य अकादमी रौ युवा पुरस्कार पण मिल्यौ। वांरी रचनावां राजस्थानी री लगैटगै सगळी पत्रिकावां में छपती रैवै। ‘साहित्य बीकानेर’ पत्रिका सूं ई वांरौ जुड़ाव उल्लेखनीय है। राजस्थानी भासा री मानता सारू वां ‘भाषा रो अधिकार’ नांव सूं एक गीत रच्यौ, जिकौ घणो चावौ हुयौ। राष्ट्र भाषा हिंदी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ़ कानी सूं ‘राजस्थली अलंकरण’ अर कागद फाउंडेशन, हनुमानगढ़ कानी सूं ‘कागद सम्मान’ समेत कैई पुरस्कारां सूं वै सम्मानित है।