कविता4 अठै राणा जैड़ो सूरवीर कठै आयौ है तिवार तो सावण रौ काग उड़ायनै साजन बुलाऊं मानिता सारू मूंडो जौवे
जेठानंद पंवार श्यामसुंदर भारती उषाकंवर राठौड़ स्वामी खुसाल नाथ शक्तिदान कविया रेवंत दान बारहठ लालदास 'राकेश' मोहन सिंह रतनू