चतुर्भुज बारहठ

किशनगढ़ राज्य निवासी, बारहठ शाखा रा चारण कवि। भगति रस रा मर्मस्पर्शी डिंगल गीतों रा रचैता।

चतुर्भुज बारहठ री रचनावां