ब्राह्मण भाट चंदेरी चाल्या, लीना सुगन मनाय।
विधवा नार सब्गती कन्या, येही आडी आय।
तिलक बिहुणा ब्राह्मण मिलिया, उंदे घड़े पनिहारी।
माल मुकदमा मिलिया चौधरी, और मिलिया सिर दारी।
छुरीमार गनराड़ा मिलिया, मिलिया सामां सोगी।
ल्याळी जरख सामने मिलिया, खोटा सुकुन खरारी॥