पदम भगत 1443-1498 Marwar पदम साध या पदम तेली नांव सूं भी जांणिजै। जन साधारण री बोलचाल भासा में 'रुकमणी-मंगल' नांव रे ग्रंथ री रचना करी।
ब्रह्मा च्यार वेद रो नायक भरी गीत तो मिली सामही ब्रह्मा बावै अंग लेबा लागो ब्राह्मण भाट चंदेरी चाल्या क्या मैं भूखा विप्र उठाया म्हारै हरियल वन रा सूवटडा़ पंच हथियारा छत्री मीलिया श्रीकृष्ण बळदेवजी हरि हळधर दोउं वीर उड़-उड़ रे काला कागा