गिरधरदान रतनू, डिंगल दरबार, अंजस महोत्सव, जोधपुर आप रूप आवड़ा, छंद नाराच, संतोष गढ़वी, डिंगल दरबार, अंजस महोत्सव, जोधपुर डिंगल, त्रिकुत बंध गीत, राम रावण युद्ध, मंसाराम सेवग, स्वर डॉ. शक्तिदान कविया जी