आडियै मारग सूं
जावतौ कदैई टोळौ,
तापै चढियौड़ो करहौ
आभै में होयौड़ो खंखारौळ
झैरावती सांढणियां,
गगगगगगगगगग........
खीझतौ जाखौड़ो
पटकतौ पूंछ रा झपीड़।
हाकलां करतौ........
टोळै नै टोळतौ रेबारी
रेबारी रै-
फाटोड़ा गाभा
लीर-लीर होयौड़ो पोतीयौ,
फाटोड़ी पगरखी
कांख में लटकायोड़ौ
पाणी रौ भुड़को
अर–
दूध पीवण रौ ताहटौ (तपैलो)
रेबारी-
आपरी जीया जूण में
घणौ राजी,
वो टोळै नै
लेय’र जावतौ दिसावर,
टोळै री ओळख होवती
उणरै-
पींडै माथै दीनौड़ा खैंग (दाग) सूं।
जठै आथमतौ दिन
पड़ जावतौ अंधारौ
उठैईज रिनरोही में दैवतो डैरो
दूध री बणायौड़ी खीर
धाप’र पीवतौ रेबारी
अर-
सो जावतौ रेत रै बिछाणै।