जीवण री जुगती जाणै वा जिनगानी

मिरतु री मनवार करै वा जिनगानी

दरद घाव घम्मोड़ां सूं घबरा जावै

दिरक जमारौ बाजै है वा जिनगानी

सूळ-फूल जद अेकी डाळी पळ जावै

डाळ-डाळ अर पत्तौ-पत्तौ बा जिनगानी।

स्रोत
  • पोथी : मोती-मणिया ,
  • सिरजक : शिवराज छंगाणी ,
  • संपादक : कृष्ण बिहारी सहल ,
  • प्रकाशक : चिन्मय प्रकाशन
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