सगळी बिडरूपतावां, भूंड, छळ

अर बीजी माड़ी बातां रै पछै

अबार तांई दुनिया

घणी सोवणी है रिंकी टेलर

कै अेक आछौ-भलौ मिनख

बावळौ-सौ हुयग्यौ है थारै हेत मांय

अर बींरी सगळी बावळी बातां मांय

थारौ, फगत थारौ जिकर लेवै सांस!

स्रोत
  • पोथी : रिंकी टेलर ,
  • सिरजक : कुमार अजय ,
  • प्रकाशक : एकता प्रकाशन
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