सूरज मांय बड़ रया है
-चोर
जोर के चालै मां रो
कवि कुरंड बापड़ा
काक भुसंड बापड़ा
भाखा री गळियां मांय
अंड बंड बापड़ा
टूटगी वांरी
-कलम री कोर
सूरज मांय बड़ रया है चोर।