उड्यो बगै सबद

-सड़क-सड़क

रड़क काढ दी लोगां तेल री

कविता चीज बणगी हंसी-खेल री

मार न्हांखी लाण नैं

- बेटां कड़क

उड्यो बगै सबद

-सड़क-सड़क।

स्रोत
  • पोथी : कारो ,
  • सिरजक : प्रमोद कुमार शर्मा ,
  • प्रकाशक : ज्योति पब्लिकेशन्स, बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण