रोटी

रास रचावै

रोटी नाच

नचावै

रोटी रा खेल-खिलौणा

घणा-घणा सलौणा

सगळां री आड़ में रोटी है

जिकी गाडी रा पइड़ा सूं मोटी है।

स्रोत
  • पोथी : अपरंच ,
  • सिरजक : रमेश ‘मयंक' ,
  • संपादक : गौतम अरोड़ा
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