फोड़ देवूं
जे लाधै थारो ढूंढो
बाळ देवूं
जे दीखै थारो मूंडो!
काळ तूं लागै
म्हानै खारी गाळ
बाळणजोगा तूं भखग्यो
घर गुवाड़ी गांव
कैर फ़ोग
बोरड़ी अर जाळ!
अबकै जे दिस्सै
काळ गुंडो
खोदूं मरौधर में दरड़ो
अर गाडूं इस्सो ऊंडो
कै फ़ैर नीं दीस्सै
थारो बाळनजोगो मुंडो!
जे दीखै थारो मुंडो!