अेक दूजे सूं कोसां दूर

पण अेकदम नेड़ै

अेक दूजै सूं साव न्यारा

पण अेकसा

बठै खोरसियै मांय काटीजती थूं

अठै नौकरी मांय हांफीज्योड़ो म्हैं

बठै थारै कान सूं चाल्योड़ो पसेव

म्हारै गिटां सा'रकर निकळ'र

इण मेवाड़ री धरा मांय

मिलज्यै रोज

बठै टाबर अर डांगरां मांय

बिचळाईजेड़ी थूं

अठै फाईलां भर्यो बठळ

न्याय रै बटोड़ै माथै थापतो म्हैं

बठै समाज रा टुणकला सुणती थूं

अठै कानून साम्हीं हाथ जोड्यो उभो म्हैं

सो कीं कितरो न्यारो

पण कितरो अेकसो

इण भाजादौड़ मांय पळतो आपणो प्रेम

नीं बूझ सकै

बात-बात मांय

कोर्ट-कचेड़ी करण वाळा

अै प्रेमी।

स्रोत
  • सिरजक : अनिल अबूझ ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोडी़
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