वाह रे म्हारो पेट।

लाडू खावै।

जलेबी खावै॥

खावै रे घेवर री जेट।

वाह रे म्हारो पेट॥

गोली खावै।

बिस्कुट खावै॥

खावै रे चॉकलेट।

वाह रे म्हारो पेट॥

टैंक देखै।

राडार देखै॥

देखै रे सैंबरजेट।

वाह रे म्हारो पेट॥

दफ्तर जावै।

इस्कूल जावै॥

जावै रे कलेक्ट्रेट।

वाह रे म्हारो पेट॥

जैपुर जावै।

जोधपुर जावै॥

जावै रे कोटगेट।

वाह रे म्हारो पेट॥

स्रोत
  • पोथी : हिवड़ै रो उजास ,
  • सिरजक : डूंगरसिंह राजपूरोहित ‘अजनबी’ ,
  • संपादक : श्रीलाल नथमल जोशी ,
  • प्रकाशक : शिक्षा विभाग राजस्थान के लिए उषा पब्लिशिंग हाउस, जोधपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
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