आवौ!

आपां पोस्टर बण जावां

आपस में चांच लड़ावां

बस्ती में लाय लगवावां

गोळियां चलवावां

अर चुप व्है जावां।

कुण दे सके?

आपां नै सजा

कुणसौ कानून बांध सकै?

आपां नै कायदां में।

कोई आपां नै फाड़ै

उणसूं पैला उतर जावां

आपां उणरै डील में,

दिल में, दिमाग में।

हां, आपां

निमित्त हां 'अेक री बात रा

दूजै री घात रा

अर माध्यम बणण रौ

सूं चोखौ चुणाव कांई व्है?

के आपां पोस्टर बण जावां

खुद निरळेप रैय

दूजां नै लड़ावां...

स्रोत
  • पोथी : अंवेर ,
  • सिरजक : सत्येन जोशी ,
  • संपादक : पारस अरोड़ा ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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