तीन भाँत का
पाँख सज्योड़ो
मोरियो
जीवण-जातरा का
ही है तीन पड़ाव।
माथै सोवती
किलंगी
सुखां ऊं
भरड़्योड़ो बालपण
सुरंगी मोवणी पाँखां
इंदरधनखी जवानी
अर
सलेटी पंज्या
बुढ़ापो।