थूं तौलतौ रैयौ म्हनै

थारा बाटां

लगोलग

अर खपतौ रैयौ

जाणन नै म्हारौ तोल

पण थूं कंई जाणै.!

यां बाटां रौ तौल तौ

जलम सूं ही लायी हूं साथै

जे तौलणो चावै है म्हनै

अर जाणनौ चावै है

म्हारौ तोल

तौ कोई नुंवा बाट घड़।

स्रोत
  • पोथी : आळोच ,
  • सिरजक : डॉ. धनंजया अमरावत ,
  • प्रकाशक : रॉयल पब्लिकेशन, रातानाडा, जोधपुर (राज.) ,
  • संस्करण : प्रथम
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