म्हूं ओलै बैठ'र
छांनै-छांनै आखौ उजाळौ पीयगौ
पीयगौ कांई जीयगौ
अबै हौ घुप अंधारौ ई अंधारौ
अर हौ म्हैं ईं म्हैं
गळै बंधियोड़ौ हो ढोल
अर सांमी दीखै ई पोल ई पोल
लोगां म्हैं थांरौ नवौ नेता
उजास रौ सगळौ कोटौ म्हारै कनै
सुरजी दबियोड़ौ म्हारी अंटी में
उजाळौ फगत वांनै ई हाथै आवैला
जिका म्हनैं दियोड़ै बोट रौ रासन-काड लावैला
म्हारी जै गावैला
सबै हो घुप अंधारौ
अर हौ म्हैं ई म्हैं!