कदी किणी री

बेटी

अब बणी

मा..!

बेटी रा

दु:ख देख'र

सिसकारो न्हाख'र

बोली-

'बेटी तो

किणी रै

जामै ना।'

स्रोत
  • पोथी : बेटी ,
  • सिरजक : मनोजकुमार स्वामी ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन ,
  • संस्करण : Pratham
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