(1) 

अमर रिह्ज्यो महातमा भारत आजाद कराबाड़ा
सत की बाणी सूँ राणी कौ राज हटाबाड़ा। 

तोकू रेल सूँ फैंक्यों वाकू देस सूँ काड दियौ 
रिह्यौ जेल मं सत्याग्रह कौ लक्कड़ गाड दियौ 
भरी अहिंसा की ताकत जनता के अन्दर मं 
लाठी खावैइ खलक बणावैइ नमक समंदर मं 
अमर रिहज्यो महानमा भारत आजाद कराबाड़ा 
सत की बाणी सूँ राणी कौ राज हटाबाड़ा। 



(2)

मुसलमान हिन्दु कू तू ही एक सूत मं लायौ 
भाईबंदी सूँ तैनैं भारत कौ कुटम चलायौ 
अंगरेजी सत्ता की घाती चाल दुरंगी कू
मिला ज्ञान सूँ करम हटा दियौ दूर फिरंगी कू 
अमर रिह्ज्यो महातमा भारत आजाद कराबाड़ा 
सत की बाणी सूँ राणी कौ राज हटाबाड़ा। 

(3) 

चौड़ै-धाड़ै आगा अब गाँधी की हत्या करबाड़ा 
हिन्दु बोटन सूँ लोटन सूँ पेटी भरबाड़ा। 

दुनिया भूलै भेद और ये भेद राखबौ चावै 
भाई कू भाई मारै ये गीता ज्ञान बतावै 
भारत कू हिन्दू देस बणाबा डोलै ये भईया 
गर्भंती कू चीर बणावै गायन कू मईया 
चौड़ै-धाड़ै आगा अब गाँधी की हत्या करबाड़ा 
हिन्दु बोटन सूँ लोटन सूँ पेटी भरबाड़ा। 

(4) 

न्हारन की खालन कै भीतर स्याड़ रूखाड़ा आगा 
जिन झाड़न मर्या किसान गई रौड़ा मं भारी ज्यान 
और ये लालकिला सूँ टाँडै भारत देस म्हान 
चौड़ै-धाड़ै आगा अब गाँधी की हत्या करबाड़ा 
हिन्दु बोटन सूँ लोटन सूँ पेटी भरबाड़ा। 


(5)

कौनै जाणीं कम्पनीन की टुकड़ी ऊपर आ जायगी
म्हारा भारत कू ऐजैण्ट दलाली खा जायगी। 
कम्पीनन की जननेता सूँ साँठगाँठ होगी 
जल जंगल जमीन मं भारी लूटपाट होगी 
बैयर बीयर मीट सजैगी नेता का घर मं 
कम्पीनन का मालिक न्यौं आ जायगा पावर मं 
कौनै जाणीं कम्पनीन की टुकड़ी ऊपर आ जायगी 
म्हारा भारत कू एजैण्ट दलाली खा जायगी। 

(6) 

आँदा होर कार हाँकैगा हिरण मार खायगा 
मिनख मार हत्यारा हीरो जेल नहीं जायगा 
बणा लिया म्हलन का आसरम आसारामन नं 
म्होंड़ो काळौ कर्यौ उड़ाई बदनामी मुलकन मं 
कौनै जाणीं कम्पीन की टुकड़ी ऊपर आ जायगी 
म्हारा भारत कू एजैण्ट दलाली खा जायगी। 


(7) 

सतन का बाना मं गुण्डा संसद भीतर घुस जायगा 
इनकी फूँकन सूँ कानून का कागज उड जायगा। 

सेना कौ बजट बढैगौ 
शिक्षा कौ बजट घटैगौ 
खेतन मं प्लाट कटैगा 
नंदी कौ पाट पटैगौ 
सच्चौ सरकारी नौकर 
मुर्गा की नांई कटैगौ 

कैंसर कौ इलाज बढैगौ 
गरीब कू नहीं मिलैगौ 
गरीब गरीबी मं क्यों 
उड़जाड़ मं कौंण पड़ैगौ 
सस्ता होयगा मजूर मिलै चूला की राखन मं 
नौकर्यान की तनखा होयगी दो-दो लाखन मं 
संतन का बाना मं गुण्डा संसद भीतर घुस जायगा 
इनकी फूँकन सूँ कानून का कागज का कागज उड जायगा। 


(8) 

नहीं पढंवा मं सार पढ़ाई सरकार तळा कू लेगी रे 
खुलगा पिराइवेट अँगरेजी होगी मँहगी रे। 

सैजै-सैजै दे रहीअ शिक्षा कू ठेका पै 
बिजनिसमैन लेर कम्पूटर पौंचै मौका पै 
जनता की जमीन और बिंगडी का डाटा ले 
बिन्या बात घुस ज्याय जबरदस्ती हक बाँटा ले 
ऐसौ काँई विकास किसान कू राखै छेका पै 
आरक्षण दियौ मेट नौकरी दे दी ठेका पै 
नहीं पढ़बा मं सार पढ़ाई सरकार तळा कू लेगी रे 
खुलगा पिराइवेट अँगरेजी होगी मँहगी रे।


(9) 

कोर्पोरेट का याइ नीति कानून तोड़बा की 
भूख गरीबी लाचारी सूँ म्होंडो मोड़बा की 
पट्टी पढ़ा लगाय नौकरी देस लुटबा की 
माँजाया गूँठाटेक भाई की गिरस्ती टूटबा की 
मोटी तनखा पाय चामड़ौ मोटो होतो ज्याय 
पीबाड़ा की पढीलिखी का दिन रोबामंई ज्याय 
रिसपतखोर चोर बेईमान कू सबनै कुर्सी दी 
ईमान पै चलबाड़ा कै घर होय मातमपुर्सी सी 
बदल-बदल मेरौ देस करै जाणैं गतगैला सौ 
जो नीति पै चलै लगै वाई भाई बखड़ैला सौ 
नहीं पढ़बा मं सार पढाई सरकार तळा कू लेगी रे 
खुलगा पिराइवेट अँगरेजी होगी मँहगी रे। 


कट ज्याय काळी रात सकाड़ै दिन म्हाराज उगैगौ रे 
भारत माता को सोबाड़ौ लाल जगैगौ रे। 

आज-क्आल की नहीं कथा या भौत पुराणी है 
मेरा खून मं गंगा झेलम सिंध को पाणी है 
दरख हजारों बरस पुराणौ है जाणैं कब कौ 
याकी जड़ गईअ पाताल थाक नहीं लगै अणु बम कौ 
याकी ढाड़-ढाड़ मं खिलै सैंस रंग की भाषा का फूल 
जौसो देस भेस वैसौई रंग-ढंग है माकूल 
भारत मं भारत देखौ तौ भारत मिलै अनेक 
बेद कुरान कबीर बुद्ध गाँधी सबकी यायी टेक 
लैला सीरी हीर और मारू की बाणी कौ 
कट ज्याय काळी रात सकाड़ै दिन म्हाराज उगैगौ रे 
भारत माता को सोबाड़ौ लाल जगैगौ रे। 

स्रोत
  • पोथी : पेड़ पौन सूँ हालै ,
  • सिरजक : प्रभात
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