लांबै सूं

लांबो

मोटै सूं

मोटो

ऊंडै सूं

ऊंडो

खड्डो

भरीज्यो

जा सकै,

पण!

लालची मिनख रो पेट

कदेई भी भरीज्यो जा सकै।

स्रोत
  • पोथी : थूं जाग मिनख ,
  • सिरजक : जेठानंद पंवार ,
  • प्रकाशक : महाप्राण प्रकाशन, बीकानेर
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