काच सूं भाठै तांई री

इण जातरा मांय

जको टूट्यो

बीं नै ईज जोड़ीज्यो हो

पण इत्ती चूक तो

फेर भी रैयगी, कै

तरेड़ां मांय भर्‌यो हो

मोम

कदैई पाछो

पिघळण सारू।

स्रोत
  • सिरजक : सोनाली सुथार ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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