हजारु मील पसरेड़ो थार
अर थार में थरपीजैड़ा
नेड़ा-अलगा झूंपड़ा
जद भी देखां
किणी धोरे चढ़’र
तो लागै है जाणे थार
पसार राख्यो है पीळो
अर आभो जड़ण लाग रियो है तारा।