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साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
जळ विरह
सन्तोष मायामोहन
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बूंद
पड़यां
पिरथी
तळ
छम-छम
नाचै
जळ।
बावड़ी
हरखै
बरसण
री
आस
जीवै
जळ।
नीं
बरस्यां
सूक
मरै
विरह।
स्रोत
पोथी
: मंडाण
,
सिरजक
: सन्तोष मायामोहन
,
संपादक
: नीरज दइया
,
प्रकाशक
: राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी
,
संस्करण
: Prtham