आव भाई

बारै चालां

सड़का नापां!

देखां

कीड़ी नगरै रौ करतब देखां

कोड़ियां रौ जावरणौ

लड़णौ

अर मरणौ!

काई व्हियौ-

क्यूं धूजण लागा पग

चाल घरां पाछा चालां

भलाई हवा मत आवौ

बगत ठभियोडौ लागै

तौ लागै

जेडी कैडौ व्है

घर सेवट घर व्है!

स्रोत
  • पोथी : अपरंच पत्रिका ,
  • सिरजक : सुधीर राखेचा ,
  • संपादक : पारस अरोड़ा
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