धरियोडी राख

म्हारी हथाळी माथै

थारी हथाळी

आं हथाळ्यां मांय

मुळकै है

भरोसे की गरमास

हेत रो उजास

तिरपत रो सुख

अर जीवन रो संकळ्प

जे बचावणी है

हरियाळी जीवन री

आं हथेलियां री

मुळक

बचावणी ई'ज पड़सी।

स्रोत
  • पोथी : कंवळी कूंपळ प्रीत री ,
  • सिरजक : रेणुका व्यास 'नीलम' ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन
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