म्हनैं ठाह है-
नाप जोख’र
हैसियत मुजब
बणाया जावै
अजकाळै भायला!
अेक-दूजै री कमर में
खाज करणै रै राजीपै सागै
गूंथीजै रिस्ता।
इणी’ज खातर तो
आजकाळै टाळ दिया जावै
जरूरत ई कोनी रैयी अबै
बिना नखवाळां री।