अेक दिन
मौको देख'र
मोतो केयो
कै-
निरजीव हूं
तोई लोग-वाग
म्हनै गळै सूं लगावे
गेलै मांय मिळ ज्याऊं
तो-
हरख सागै भाग सरावै
पण-
थां लोगां मांय
इण बातां री कमी क्यूं है
पडूत्तर दियो-
बगत बगत री बातां है
थारे पाणी रो मोल
अबै अणमोल है
अर-
म्हारै पाणी माथै
लोभ, लालच, सुवारथ आद रौं
लील आयगी है।