म्हारा पींजरा मांय

भतूळिया उठै

जद म्हैं देखूं

सुपनां वाळी आंख सूं

आंसू बेवै

जद म्हैं देखूं

सिरजणवाळ हाथ

सस्त्र बणावै

जद म्हैं देखूं

भूख खाय जावै

बाळपणां नै

जद म्हैं देखूं!

धान रै अेवज

बिकतौ जोबण

जद म्हैं देखूं

कांधै चढ़ीयौड़ी

जीवण रै मौत सवारी!!

स्रोत
  • पोथी : डीगरां-डीगरां ,
  • सिरजक : शंभुदान मेहड़ू ,
  • संपादक : धनंजया अमरावत ,
  • प्रकाशक : रॉयल पब्लिकेशन, जोधपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
जुड़्योड़ा विसै