बींनै

जद-जद

हुवै भळेखो

घर मांय

अंधारै रो

बा चसा देवै

दिवलो।

बा आप हुवै

बाती अर

बा आप हुवै

तेल!

स्रोत
  • पोथी : कथेसर ,
  • सिरजक : थानेश्वर शर्मा