टोकी ढळती रेत

उगेरी राग!

पवन सारंगी

उतरता चढता सुर...

लुळ-लुळ उठती

उठ-उठ लुळती

हलावती-

मींझर मैंदी राच्या हाथ

कर-कर नीवण

घालै घूमर

कलावंती खेजड़ी.!

मौजीला बादळ..

कर जुहार

अंवेरी मोटी मोटी छांट!

धरती

चुगगी लारो-लार

आभै बरसती

छांटा रा

सिक्का गोळ गोळ..!

स्रोत
  • पोथी : चाल भतूळिया रेत रमां ,
  • सिरजक : राजूराम बिजारणियां ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन,जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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