खिड़की दरवाजै सूं छोटी व्है
वो न किणनै ई बुलावै
न भेजे किणनै ई।
वा लगौलग देखै
आवता-जावता नै
अेक रिसी री दांई
खिड़कियां जाणै है
मून रौ अरथ
अर मोह रौ मरम ई
छोटी खिडकियां री दीठ
मोटा दरवाजा सूं ऊंडी व्है!